
तुझे क्या लगा था रो दूंगा में...तेरे ही दामन को आंसुओ से भिगो दूंगा में...मेरी वफाओं का तो खूब सिला दिया तूने...अब इन वफाओं को तेरी बेवफाई के आंसुओ से धो दूंगा में...तेरे हिस्से की महोब्बत और मेरे हिस्से के आंसू दोनों से ईमानदारी कर ली...अब अगर यह दिल फिर किसी के लिए धड़का...तो खुद की नज़रो में खुद की इज्जत भी खो दूंगा में...
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