Sukoon cafe Posted By: Shayar_Pahadi जुलाई 12, 2020 Leave a Reply मेरी हर एक लाइन में असर है क्यूंकि ये शब्द नहीं मेरे ज़ज़्बात है...बहुत ख़ास है ये पल मेरे लिए (सिद्धि) के बर्थडे की रात है...समय से चुरा लो इन लम्हो को आज कितने दिनों बाद सारे दोस्त एक साथ है...यूँ तो और भी कैफे है शहर में पर क्या करे ये सुकून(कैफे) की बात है... Tweet Share Share Share Share
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